SEBI ने 'विशेषीकृत निवेश फंड' (SIF) क्यों शुरू किया, इसकी विशेषताएं क्या हैं और यह निवेशकों के लिए कैसे फायदेमंद है?

SEBI ने हाई नेटवर्थ निवेशकों के लिए 'विशेषीकृत निवेश फंड' (SIF) की शुरुआत की

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने उच्च नेटवर्थ वाले निवेशकों को ध्यान में रखते हुए एक नई श्रेणी, 'विशेषीकृत निवेश फंड' (Specialized Investment Fund - SIF), की घोषणा की है। यह नई श्रेणी 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी।


SIF की खासियतें:

1. न्यूनतम निवेश राशि: इन फंड्स में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि 10 लाख रुपये तय की गई है।


2. लॉन्ग-शॉर्ट रणनीतियां: ये फंड्स इक्विटी लॉन्ग-शॉर्ट, डेट लॉन्ग-शॉर्ट, और सेक्टोरल लॉन्ग-शॉर्ट जैसी उन्नत रणनीतियों का पालन करेंगे।


3. विशेष निवेश विकल्प: इन फंड्स के जरिए निवेशकों को पारंपरिक निवेश से परे विविध और अनुकूलित निवेश विकल्प मिलेंगे।



SEBI का उद्देश्य:

इस पहल का मुख्य उद्देश्य उच्च नेटवर्थ निवेशकों को ज्यादा लचीले और फायदेमंद निवेश विकल्प प्रदान करना है। यह कदम भारतीय बाजारों को और आकर्षक बनाने के साथ-साथ देश में पेशेवर निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।

निवेशकों के लिए अवसर:

SIF का शुभारंभ भारतीय बाजार में निवेशकों को नई संभावनाएं देगा और उन्हें अपने पोर्टफोलियो को और बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में मदद करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को भी भारतीय बाजारों की ओर आकर्षित करेगा।

SEBI की यह नई पहल भारतीय वित्तीय क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने का संकेत है। यह उन निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो जोखिम प्रबंधन और उन्नत निवेश तकनीकों का लाभ उठाना चाहते हैं।

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